हर महिला की सबसे बड़ी एक ख्वाहिश होती हैं कि वो माँ बनने का सुख प्राप्त करे | लेकिन दुर्भाग्यवश कुछ महिलाएं चाहते हुए भी माँ नहीं बन पाती है, इन महिलाओं को संतान सुख की प्राप्ति नहीं होती है | ऐसे में ये महिलाएं संतान को पाने के लिए जगह जगह भटकती है, इसमें वे कई डॉक्टर्स के चक्कर लगाती हैं तो कभी तमाम तरह के टोटके आजमाती है |
आज हम आपको संतान प्राप्ति का एक ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं जो शायद ही कभी फ़ैल होता है, इस उपाय के कई उदहारण भी देखने को मिल गए है |
दरअसल इस उपाय के तहत आपको एक चमत्कारी मंदिर जाना होगा और वहां का प्रसाद ग्रहण करना होगा | दक्षिण भारत में तमिलनाडु के विल्लुपुरम में स्थित इंदुम्बन मंदिर निसंतान महिलाओं को संतान देने के लिए जाना जाता है | इस मंदिर में माँ दुर्गा की प्रतिमा है, यहाँ जो भी महिला आकर माता रानी का आशीर्वाद प्राप्त करती है, और एक विशेष प्रसाद ग्रहण करती है | उसे कुछ ही महीनो में संतान की प्राप्ति हो जाती है, ऐसा कहा जाता हैं कि इस मंदिर में जो भी आता हैं उसे संतान प्राप्ति की ग्यारंटी दी जाती है |
जो भी महिला इस मंदिर में आती हैं उसे एक ख़ास फल प्रसाद स्वरुप दिया जाता है, इसके लिए पहले महिला को अपनी ओर एक से फल लेजाकर उस मंदिर में चढ़ाना होता है | फिर इस फल के बदले पंडित जी उन्हें दूसरा फल का प्रसाद देते है, कहते हैं इस फल को खाने के बाद महिला को संतान सुख प्राप्त हो जाता है | ये फल नींबू का होता है, ऐसा इसलिए कि नींबू बिना खराब हुए काफी दिनों तक चल जाता है, इस नींबू में माँ दुर्गा का आशीर्वाद रहता है |
चमत्कारी मंदिर का ताज़ा उदाहरण नागपुर की रहने वाली कैशाल्या जी है, कौशल्या की शादी हुए 8 साल हो गए थे | लेकिन उन्हें संतान सुख नसीब नहीं हुआ, इसके लिए उन्होंने कई तरह के टोने-टोटके किये और तमाम डॉक्टर्स के भी चक्कर लगाए, लेकिन कोई रिजल्ट नहीं निकला |
फिर किसी ने उन्हें इस चमत्कारी इंदुम्बन मंदिर के बारे में बताया, जब कौशल्या जी इस मंदिर दर्शन करने गई तो उन्होंने यहाँ माँ दुर्गा का आशीर्वाद लिया | इसके बाद उन्हें मंदिर से रसाद स्वरुप एक निम्बू दिया गया, उन्होंने जब इस प्रसाद का सेवन किया तो इसके 10 महीने के बाद ही उनके घर बच्चे की किलकारियां गूंजने लगी |